Marks & Spencer Cyber Attack 2025: क्या आपका डेटा सुरक्षित है?


Marks & Spencer पर साइबर अटैक: Click and Collect सेवा में देरी और डेटा सुरक्षा पर सवाल

Marks & Spencer 


परिचय

21वीं सदी के डिजिटल युग में जहां टेक्नोलॉजी ने बिजनेस और ग्राहक सेवाओं को नए आयाम दिए हैं, वहीं साइबर हमलों की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है ब्रिटिश रिटेल दिग्गज Marks & Spencer (M&S) के साथ, जिसने पुष्टि की है कि वह एक गंभीर साइबर अटैक का शिकार हुई है।


इस साइबर हमले ने M&S की कई सेवाओं को प्रभावित किया, खासकर Click and Collect ऑर्डर सिस्टम को। ग्राहक नाराज हैं, सेवाएं प्रभावित हैं, और कंपनी की साख दांव पर है।

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Marks & Spencer: एक परिचय

Marks & Spencer एक ऐसा नाम है जो विश्वसनीयता, गुणवत्ता और स्टाइल का प्रतीक माना जाता है।

यह कंपनी ब्रिटेन की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित रिटेल चेन में से एक है।


मुख्य तथ्य:


मुख्यालय: लंदन, यूनाइटेड किंगडम

स्थापना: 1884

स्टोर्स: 1,400+

कर्मचारी: 64,000+

प्रोडक्ट्स: कपड़े, फूड, होम गुड्स


M&S सिर्फ एक ब्रांड नहीं, बल्कि एक अनुभव है जो ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार खुद को समय-समय पर ढालता आया है।

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साइबर हमले की पुष्टि और कंपनी का स्टेटमेंट


M&S ने 23 अप्रैल 2025 को एक प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया कि उनके सिस्टम पर साइबर अटैक हुआ है। उन्होंने इसे "साइबर इनसिडेंट" कहा और बताया कि उनकी तकनीकी टीम और बाहरी विशेषज्ञ मिलकर इस पर काम कर रहे हैं।


कंपनी का स्टेटमेंट कुछ इस प्रकार था:


> "जैसे ही हमें इस हमले की जानकारी मिली, हमने तुरंत कार्रवाई की। हमारे स्टोर खुले हैं, वेबसाइट और ऐप सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। लेकिन कुछ सेवाओं में अस्थायी बदलाव किए गए हैं ताकि ग्राहक और कंपनी दोनों सुरक्षित रहें।"

यह स्पष्ट है कि कंपनी ने कस्टमर एक्सपीरियंस और डेटा प्रोटेक्शन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।

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ऑपरेशंस पर असर: Click and Collect सेवा में रुकावट

इस साइबर हमले का सबसे ज्यादा असर पड़ा है M&S की Click and Collect सेवा पर।

ग्राहकों को ईमेल के ज़रिए सूचित किया गया कि उन्हें पिकअप के लिए आने से पहले कंपनी की ओर से एक कन्फर्मेशन मेल का इंतजार करना होगा।


ग्राहकों की परेशानी:


  • कई ग्राहकों ने ऑर्डर देरी की शिकायत की
  • कुछ स्टोर्स में स्टाफ को सिस्टम एक्सेस में दिक्कतें आईं
  • सोशल मीडिया पर नाराजगी देखने को मिली



M&S ने इस सबके बावजूद अपने स्टोर चालू रखे और वेबसाइट व ऐप को सामान्य रूप से चलाया, जो उनकी तैयारी और सिस्टम की मजबूती को दर्शाता है।

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कंपनी द्वारा उठाए गए कदम

1. बाहरी साइबर एक्सपर्ट्स की मदद:

कंपनी ने पुष्टि की कि वे थर्ड-पार्टी साइबर सिक्योरिटी फर्म्स के साथ मिलकर काम कर रही है, जो घटना की जांच और समाधान में सहायता कर रहे हैं।


2. नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर (NCSC) को सूचना:

ब्रिटेन के National Cyber Security Centre और डेटा प्रोटेक्शन अथॉरिटीज को भी इस घटना की जानकारी दी गई है।


3. डेटा सुरक्षा पर ध्यान:

कंपनी ने स्पष्ट किया कि उनकी पहली प्राथमिकता ग्राहकों का डेटा सुरक्षित रखना है, और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

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क्या यह रैनसमवेयर अटैक हो सकता है?


M&S ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि साइबर अटैक किस प्रकार का था, लेकिन रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह एक रैनसमवेयर अटैक हो सकता है।


रैनसमवेयर क्या होता है?

यह एक प्रकार का मैलवेयर होता है जो सिस्टम को लॉक कर देता है और फिरौती की मांग करता है।


संभावित संकेत:


  • किसी भी ग्रुप ने अभी तक जिम्मेदारी नहीं ली
  • कंपनी के ऑपरेशंस आंशिक रूप से बाधित
  • डेटा चोरी की आशंका


अगर रैनसमवेयर शामिल है, तो यह भी संभव है कि कंपनी के महत्वपूर्ण डेटा को एक्सेस किया गया हो और उसका दुरुपयोग किया जाए।

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ग्राहकों का डेटा: कितना सुरक्षित है?

अब बड़ा सवाल यह है कि ग्राहकों की निजी जानकारी कितनी सुरक्षित है? M&S ने अभी तक यह नहीं बताया है कि डेटा चोरी हुआ है या नहीं। लेकिन:

साइबर हमलों में कस्टमर नेम, कॉन्टेक्ट, पेमेंट डिटेल्स जैसे डेटा लीक होने का खतरा होता है

इससे फिशिंग अटैक्स और आइडेंटिटी थेफ्ट जैसी घटनाएं हो सकती हैं 

कंपनी ने कहा है कि वह इस दिशा में सतर्क है और लगातार निगरानी कर रही है।

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कंपनियों के लिए चेतावनी: कोई भी सुरक्षित नहीं

M&S जैसी दिग्गज कंपनी पर साइबर हमला यह दर्शाता है कि कोई भी कंपनी 100% सुरक्षित नहीं है।

चाहे ब्रांड कितना भी बड़ा हो, अगर साइबर सुरक्षा में छोटी सी चूक होती है, तो वह बहुत भारी पड़ सकती है।


साइबर एक्सपर्ट्स की राय:

> "सिर्फ टेक्निकल सिक्योरिटी ही काफी नहीं, बल्कि पूरे ऑर्गेनाइजेशन की साइबर अवेयरनेस जरूरी है।"

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इस घटना से मिलने वाली सीख

इस साइबर अटैक से कई सीख मिलती हैं:

1. Incident Response Plan हमेशा तैयार होना चाहिए

जैसे ही हमला हुआ, M&S ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, जो हर कंपनी को सीखना चाहिए।


2. Transparency is key

कंपनी ने घटना की जानकारी समय पर दी और ग्राहकों से माफी भी मांगी – यह ट्रस्ट बढ़ाता है।


3. External Experts की भूमिका अहम है

सिर्फ इन-हाउस टीम पर निर्भर रहना खतरनाक हो सकता है।


4. Backup और डेटा रेजिलिएंसी ज़रूरी है

ऑपरेशंस रुकें नहीं, इसके लिए मजबूत सिस्टम जरूरी हैं।

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निष्कर्ष

Marks & Spencer का यह साइबर हमला दिखाता है कि बड़े-बड़े ब्रांड्स भी साइबर क्राइम के खिलाफ पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं।

हालांकि कंपनी की त्वरित प्रतिक्रिया और कस्टमर केयर अप्रोच ने स्थिति को नियंत्रण में रखा, लेकिन यह घटना सभी बिजनेस के लिए एक चेतावनी है।


M&S की छवि को झटका जरूर लगा है, लेकिन उसका प्रोफेशनल रवैया इस मुश्किल घड़ी में उसकी ताकत बनकर उभरा है।

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क्या आगे और खुलासे हो सकते हैं?


संभावना है कि आने वाले दिनों में:

इस हमले के पीछे की तकनीक व ग्रुप का खुलासा हो

यह पता चले कि क्या डेटा वास्तव में चोरी हुआ था


M&S की साइबर रणनीति में बदलाव देखने को मिलें

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आप क्या कर सकते हैं? (ग्राहकों के लिए सुझाव)

  • किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें
  • M&S की तरफ से आए ईमेल्स को ध्यान से पढ़ें
  • पासवर्ड्स बदलें और Two-Factor Authentication ऑन रखें
  • किसी भी संदिग्ध एक्टिविटी की सूचना तुरंत कंपनी को दें


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आख़िर में यही कहा जा सकता है कि —

साइबर

 दुनिया में चेतावनी ही सुरक्षा है। M&S इस घटना से और मजबूत होकर निकले, यही उम्मीद है।

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